“बागवानी मुश्किल नहीं है। थोड़ा समय और सही देखभाल, और आपका आंगन हरा-भरा हो जाएगा।”

सबसे पहले छोटे से शुरू करें। कम गमले या थोड़ी ज़मीन में आसान पौधे लगाएँ।”

“मिट्टी की तैयारी जरूरी है। खाद और गोबर मिलाकर मिट्टी को उपजाऊ बनाइए।”

हर पौधे को जरूरत के हिसाब से पानी दें। न ज्यादा, न कम। गर्मी में रोज, सर्दियों में थोड़ा कम।”

“धूप और हवा पौधों के लिए जरूरी है। गमले ऐसे रखें जहाँ धूप ठीक से पहुँचे।”

“सूखे पत्ते और पुरानी टहनियाँ नियमित रूप से हटा दें। इससे नए पत्ते जल्दी निकलेंगे।”

“बागवानी धैर्य और प्यार मांगती है। अगर आप रोज थोड़ा समय देंगे, तो पौधे भी मुस्कुराएँगे और आपका घर भी।”